सादगी और सदाचार के प्रतीक थे शास्त्री जी

जयपुर, 10 जनवरी। सम्पूर्ण राष्ट्र आज स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री को उनकी पुण्य तिथि के अवसर पर सादर नमन करता है। भारत रत्न लाल बहादुर शास्त्री सादगी और सदाचार के सच्चे प्रतीक थे।

स्वाधीनता संग्राम के दौरान सक्रिय भागीदारी के कारण उन्हें कई बार जेल जाना पड़ा। जय जवान-जय किसान का उनका नारा आज भी प्रासंगिक है। उन्होंने देश के प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री और गृह मंत्री रहते हुए अनेक नवाचार किए।

शास्त्री जी ने देश को मिताहार और मितव्ययिता की अनूठी शिक्षा दी थी जिसका अनुकरण करने से आज भी हम देश के उत्थान में अपना व्यक्तिगत योगदान दे सकते हैं।