प्रत्येक जिला मुख्यालय पर होगा कृषि तकनीकी ज्ञान संदर्भ केन्द्र

जयपुर, 28 जनवरी। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है। खेती में नई तकनीक का उपयोग हो और इसका किसानों तक प्रचार-प्रचार हो इसके लिए प्रत्येक जिला मुख्यालय पर एक जिला स्तरीय कृषि तकनीकी ज्ञान संदर्भ केन्द्र की स्थापना की जा रही है। इनके माध्यम से किसानों को नवीनतम तकनीक की जानकारी मिल सकेगी।

श्रीमती राजे बुधवार को मुख्यमंत्री कार्यालय के कांफ्रेंस हाॅल में प्रगतिषील किसानों, पषुपालकों, डेयरी संघ के पदाधिकारियों एवं जनजाति क्षेत्र के प्रतिनिधियों के साथ आयोजित बजट पूर्व बैठक को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि हमने बजट प्रस्तावों को समावेषी बनाने का प्रयास किया है। पहले केवल उद्योग क्षेत्र के प्रतिनिधियों से ही सुझाव लिए जाते थे लेकिन हमने किसानों, पषुपालकों, महिलाओं और युवाओं को भी इससे जोड़ा है ताकि सभी से प्राप्त सुझावों से बेहतर उपलब्धियां हासिल की जा सकें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि खेतों की मिट्टी के परीक्षण के लिए व्यापक कार्यक्रम चलाया गया है। पंचायत समिति स्तर पर 55 नई प्रयोगषालाएं स्थापित की जाएंगी। इस प्रकार प्रदेष में 113 मृदा परीक्षण प्रयोगषालाएं काम करने लगेंगी। श्रीमती राजे ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के हाथों शीघ्र ही हम मृदा परीक्षण को लेकर एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित करने का प्रयास कर रहे हैं।

श्रीमती राजे ने कहा कि राज्य सरकार किसानों को ई-गवर्नेंस से जोड़ना चाहती है ताकि उन्हें मौसम के पूर्वानुमान, सभी जिन्सों के बाजार भाव तथा विभिन्न योजनाओं की जानकारी आसानी से प्राप्त हो और वे किसी के हाथों में पड़ने के बजाय स्वयं अपना भविष्य संवार सकें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि फसल विविधीकरण के तहत किए गए अभिनव प्रयोगों के सार्थक परिणाम आने लगे हैं। बीकानेर में जैतून तेल की रिफायनरी और बस्सी में प्रषिक्षण केन्द्र प्रारम्भ हो गए हैं। उन्होंने कहा कि बीकानेर जिले को जैतून व खजूर का हब बनाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। साथ ही जयपुर में जैतून की विष्वस्तरीय नर्सरी की स्थापना की गई है जिसकी उत्पादन क्षमता 20 लाख पौधे प्रति वर्ष है।

श्रीमती राजे ने कहा कि राज्य सरकार उन्नत उद्यानिकी तकनीक के प्रदर्षन के लिए विभिन्न स्थानों पर सेंटर आॅफ एक्सीलेंस की स्थापना कर रही है। उन्होंने कहा कि जयपुर, कोटा एवं जैसलमेर में इन केन्द्रों की स्थापना की जा चुकी है और धौलपुर, टोंक एवं झालावाड़ में नए केन्द्र स्थापित किए जा रहे हैं। इन केन्द्रों पर विषेष फसल की नवीनतम तकनीक का प्रदर्षन एवं किसानों को प्रषिक्षण देने का कार्य किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि 53 कृषि मंडियों में किसान कलेवा योजना चल रही है जहां किसानों को 5 रुपए में भोजन उपलब्ध हो रहा है।

अतिरिक्त मुख्य सचिव, कृषि, श्री अषोक सम्पतराम ने बैठक के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए सभी का स्वागत किया। बैठक में प्रमुख शासन सचिव, वित्त, श्री पी.एस. मेहरा एवं विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।